Tuesday, May 5, 2009

खोया खोया चाँद ......

खोया खोया चाँद .....खुला आसमान ...आंखों में सारी रात जायेगी ।
एक खुबसूरत आवाज और वो भी रफी साहब की .....मन भरता ही नही क्या करे ।
देवानंद ने गाने को अमर बना दिया है ..... शरीर तो देखिये ..कितनी बेचैनी है ।
हाव भाव कमाल के है .....बड़ी ही खूबसूरती के साथ फिल्माया गया है यह गाना ।
प्रेमिका से बिछड़ने पर जो दर्द है उस दर्द को आवाज में रफी साहब ने और
देवानंद साहब ने परदे पर बखूबी उतारा है । आप भी देखिये .......


1 comment:

अभिषेक मिश्र said...

देव साहब और यह गीत मेरे भी पसंदीदा हैं, मगर गाना दिखने का आप्शन ही नहीं दिख रहा. शायद प्लेयर की परेशानी हो!